
Google ने शुक्रवार को महान गायक कृष्णकुमार कुन्नथ, जिन्हें प्यार से KK के नाम से जाना जाता है, के बॉलीवुड में डेब्यू की सालगिरह पर एक खास डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया। Google के इस दिल छू लेने वाले Doodle ने उस यात्रा को सम्मानित किया, जिसने केके को भारतीय सिनेमा में एक खास मुकाम पर पहुंचाया और उनके चाहने वालों के दिलों में खास जगह बनाई।
बॉलीवुड में केके का शानदार डेब्यू
Google का यह Doodle KK के बॉलीवुड में शानदार डेब्यू का प्रतीक है, जो 1996 में फिल्म माचिस के गीत छोड़ आए हम से हुआ था। मशहूर निर्देशक गुलजार की इस फिल्म के गीत से ही केके ने अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत की थी। बिना किसी औपचारिक संगीत शिक्षा के बावजूद, केके ने अपनी गायकी से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई और 90 के दशक से लेकर 2000 के दशक तक के सबसे लोकप्रिय गायकों में शुमार हो गए।

पल और यारों से बढ़ी लोकप्रियता
23 अगस्त 1968 को दिल्ली में जन्मे KK को पल और यारों जैसे गीतों से बहुत लोकप्रियता मिली, जो आज भी दोस्ती और प्यार के प्रतीक बने हुए हैं। उनकी मधुर आवाज ने हर पीढ़ी के श्रोताओं का दिल जीत लिया और उन्हें बॉलीवुड का सबसे चहेता पार्श्व गायक बना दिया।
भावनाओं से भरे गीतों के सरताज
अपने करियर में KK ने कई भावनात्मक गीतों को अपनी आवाज़ दी, जिनमें तू ही मेरी शब है, तड़प तड़प के इस दिल से, आवारापन बंजारापन, आंखों में तेरी अजब सी, खुदा जाने, जिंदगी दो पल की, और तू जो मिला जैसे गीत शामिल हैं। केके की आवाज़ इन गीतों के साथ इस कदर जुड़ गई कि ये गाने आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
केके की अमर विरासत और उनके अचानक निधन का सदमा
2022 में एक लाइव कॉन्सर्ट के बाद अचानक KK के निधन से संगीत जगत और उनके प्रशंसकों को गहरा सदमा लगा। 53 साल की उम्र में कोलकाता में उनकी यह आखिरी प्रस्तुति साबित हुई। उनके अचानक जाने से बॉलीवुड और संगीत प्रेमी शोक में डूब गए और हर जगह से श्रद्धांजलि के संदेश आने लगे।
Google का यह Doodle उनके इस अमर योगदान को याद करने का एक खास तरीका है, जो संगीत के जरिए उनके चाहने वालों के साथ हमेशा जुड़ा रहेगा।