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Gold और Silver की कीमतों में भारी गिरावट

Gold की कीमतों में हाल ही में हुई तेज गिरावट ने निवेशकों को हैरान कर दिया है। पीली धातु का भाव 1100 रुपये से अधिक गिरकर 68,000 रुपये के नीचे आ गया। इसके साथ ही, चांदी की कीमतों में भी 4% से अधिक की कमी आई है। यह भारी गिरावट निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रश्न खड़ा करती है – क्या यह खरीदने का सही समय है?

गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में आई गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा। एमसीएक्स गोल्ड की कीमत में 1.5% से अधिक की कमी दर्ज की गई। इसी तरह, अमेरिका में आर्थिक आंकड़ों के जारी होने की प्रतीक्षा में चांदी की कीमतों में भी 4% से अधिक की गिरावट देखी गई। एमसीएक्स पर सोने का भाव 1,159 रुपये गिरकर 67,793 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया, जबकि चांदी की कीमत 3,343 रुपये की गिरावट के साथ 81,551 रुपये प्रति किलो पर आ गई।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, निवेशक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों की प्रतीक्षा में मुनाफा बुक कर रहे थे। इन आंकड़ों से केंद्रीय बैंक की ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं और उसकी सीमा के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है। स्पॉट गोल्ड में 0.9% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि अमेरिकी सोने के वायदा में 1.6% की कमी आई।

विश्लेषकों का मानना है कि एशियाई बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण चीन में बढ़ती आर्थिक चिंताएं हैं। हालांकि, उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा सितंबर की नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है, जिससे कीमतों को कुछ सहारा मिल सकता है।

भारत में सरकार द्वारा सोने और चांदी पर आयात शुल्क कम करने के फैसले का भी इन धातुओं की कीमतों पर असर पड़ा है। एमसीएक्स पर सोने की कीमत में इस महीने 5.2% की गिरावट दर्ज की गई, जो मई 2021 के बाद सबसे बड़ी मासिक गिरावट है। विश्लेषकों का अनुमान है कि सोने को 65,800 रुपये के स्तर पर अच्छा समर्थन मिल सकता है।

चांदी की कीमतों में सोने की तुलना में अधिक गिरावट देखी गई है। पिछले कुछ हफ्तों में चांदी की कीमत में लगभग 9.2% यानी 8,000 रुपये से अधिक की कमी आई है। अमेरिका और यूरोप में मंदी के संकेत, चीन की कमजोर मांग और अन्य औद्योगिक धातुओं में गिरावट का असर चांदी पर पड़ रहा है। एमसीएक्स पर चांदी की कीमत में इस महीने 8.50% की गिरावट आई है, जो सितंबर 2020 के बाद सबसे बड़ी मासिक गिरावट है। विश्लेषकों का मानना है कि चांदी को 80,000 से 79,000 रुपये के स्तर पर अल्पकालिक समर्थन मिल सकता है, जबकि लंबी अवधि का मजबूत समर्थन 73,000 रुपये के आसपास है।

विश्लेषकों का कहना है कि सोने और चांदी दोनों के लिए निकट भविष्य में स्थिति कमजोर रह सकती है। निवेशकों को उछाल पर बेचने की रणनीति अपनानी चाहिए। हालांकि, निवेशकों को किसी भी निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेने की सलाह दी जाती है।

By Akash Yadav

Akash Yadav is a seasoned blogger with over 4 years of experience in the world of digital content. With a deep passion for technology, automobiles, entertainment, and finance, Akash brings insightful and well-researched articles to readers. Through DailyNews48.in, he aims to provide the latest trends, news, and updates from these dynamic industries, keeping his audience informed and engaged. His expertise and commitment to delivering high-quality content make him a trusted voice in the blogging community.

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